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- First Suspected Case Of Multisystem Inflammatory Syndrome MIS C Detected In 6 year old Boy In Mizoram
आइजोल40 मिनट पहले
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कोरोना महामारी के बीच मिजोरम में 6 साल के बच्चे में मल्टीसिस्टम इन्फ्लेमेट्री सिंड्रोम (MIS-C) का पहला मामला सामने आया है। बच्चा हाल ही में परिवार के साथ दिल्ली से लौटा था। मिजोरम के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है, बच्चे का इलाज आइजोल के एक अस्पताल में चल रहा है।
स्टेट नोडल ऑफिसर डॉ. पछाआउ लालमलस्वामा के मुताबिक, बच्चे में डायरिया और बुखार के लक्षण मिलने पर 6 जून को उसे सिनॉड हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था।
स्टेट नोडल ऑफिसर का कहना है, जांच के दौरान बच्चे में मल्टीसिस्टम इन्फ्लेमेट्री सिंड्रोम के लक्षण मिले हैं। यह एक संदिग्ध मामला है।बच्चे और उसके परिवार के लोगों की कोविड रिपोर्ट निगेटिव आई है।
लक्षणों में कमी और रिकवरी तेज हुई
बच्चे का इलाज करने वाले पीडियाट्रिक कन्सल्टेंट डॉ. जॉन मलस्वमा का कहना है, बच्चे की हालत में सुधार हो रहा है। उसने चलना-फिरना और खाना-पीना शुरू कर दिया है। लक्षणों में कमी आई है। रिकवरी हो रही है।
क्या है मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेट्री सिंड्रोम
मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेट्री सिंड्रोम बच्चों में होने वाली एक गंभीर बीमारी है। वर्तमान में इसे कोरोना से भी जोड़ा जा रहा है। इस बीमारी से संक्रमित बच्चों के ऑर्गन जैसे हार्ट, लंग्स, किडनी, ब्रेन, स्किन और आंखों में गंभीर सूजन आ जाती है। इसके मामले नवजात से लेकर 20 साल तक की उम्र वाले बच्चों में दिखाई देते हैं।
ये लक्षण दिखने पर अलर्ट हो जाएं
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बुखार, उल्टी, तेज पेट दर्द, स्किन पर चकत्ते, सांस लेने में दिक्कत, थकान जैसे लक्षण दिखने पर अलर्ट हो जाएं। इसके अलावा आंखों का लाल पड़ना, हाथ-पैर-होंठ में सूजन होने पर तत्काल डॉक्टर से सम्पर्क करें।
इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स इन्टेंसिव केयर चैप्टर के मुताबिक, देश में अब तक 2 हजार से बच्चे मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेट्री सिंड्रोम से संक्रमित हो चुके हैं।